किडनी स्टोन (Kidney Stone) क्या है, जानें इसके प्रकार, लक्षण और इलाज

गुर्दे की पथरी, जिसे नेफ्रोलिथियासिस भी कहा जाता है, खनिजों और लवणों से बनी होती है जो मुख्य रूप से गुर्दे में बनते हैं। यह समस्या कई कारणों से हो सकती है और अगर यह लंबे समय तक लाइलाज बनी रहे तो यह मूत्र मार्ग के उस हिस्से को प्रभावित कर सकती है जो किडनी से लेकर मूत्राशय तक जाता है।
किडनी स्टोन कितने प्रकार के होते हैं? (What are the types of kidney stones in Hindi)
कैल्शियम स्टोन: ज्यादातर किडनी स्टोन कैल्शियम स्टोन होते हैं, जो आमतौर पर कैल्शियम ऑक्सालेट के रूप में होते हैं। ऑक्सालेट एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला पदार्थ है जो भोजन में पाया जाता है और प्रतिदिन लीवर द्वारा निर्मित होता है। कुछ फलों और सब्जियों के साथ-साथ नट्स और चॉकलेट में भी उच्च मात्रा में ऑक्सालेट होता है।

डिस्चार्ज स्टोन: स्ट्रुवाइट स्टोन ए ...
View More

image
image

Job Title : SRT Executive

Skills : Soft Spoken, good communication skills

Job Description : Door to Door Survey in village Dhanaunda and Ratta

Salary (per month) : ₹ 10000.00 to 20000.00

🕑 Job ended at 18 Sep 2024, 04:04 PM

चेस्ट इन्फेक्शन में क्या खाना चाहिए ?

चेस्ट में संक्रमण यानि इन्फेक्शन खतरनाक होता हैं यह इन्फेक्शन होने से फेफड़ो पर भी असर पड़ता हैं। चेस्ट इन्फेक्शन होने का मुख्य कारण बैक्टीरिया, वायरस और फंगी हो सकता हैं। चेस्ट इन्फेक्शन में सबसे ज्यादा दिक्कत सांस लेने में होती हैं तथा अधिक खासी और गले में दर्द भी होता हैं। यह किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से भी हो जाता हैं।

चेस्ट इन्फेक्शन एक प्रकार का सांस से संबंधित संक्रमण है जिसका प्रभाव श्वसन मार्ग के निचले हिस्‍से पर पड़ता है।श्वसन मार्ग के निचले हिस्‍से में श्‍वास नली, ब्रोंकाई और फेफड़े आते हैं। दो मुख्‍य प्रकार के चेस्‍ट इंफेक्‍शन होते हैं जिनमें निमोनिया और ब्रोंकाइटिस शामिल हैं। हल्‍के से लेकर गंभीर चेस्‍ट इंफेक्‍शन हो सकता है।

चेस्ट इन्फेक्शन के लक्षण क्या होते हैं ?

छाती में इन ...
View More

image
10% लोगों को किसी न किसी तरह की किडनी की बीमारी है।

क्या आपको पता है कि क्रोनिक किडनी रोग के क्या कारण हो सकते हैं और इसे कैसे रोका जा सकता है? यदि नहीं, तो यहाँ प्रमुख जानकारी है जो आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकती है।

🔍 क्रोनिक किडनी रोग के कारण : मधुमेह और उच्च रक्तचाप, गुर्दे की पथरी, वंशानुगत विकार, जैसे कि पॉलीसिस्टिक किडनी रोग|

कुछ लक्षण जिन्हे अनदेखा नहीं करें:

👉 बार-बार पेशाब आना
👉 खून के आने की समस्या
👉 ऊर्जा की कमी
👉 खाने का स्वाद में परिवर्तन

यह वीडियो आपको क्रोनिक किडनी रोग के कारण और रोकथाम के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेगा। इसे देखना न भूलें और अपने परिवार और दोस्तों के साथ शेयर करें। ...
View More

किडनी (गुर्दा) की जानकारी, कार्य और संरचना

गुर्दे की बीमारी अपने बढ़ती रुग्णों की संख्या की वजह से एक मुख्य स्वास्थय समस्या है। भारत के आबादी का ३% से १७% नागरिक क्रोनिक किडनी रोग से ग्रसित है।

किडनी हमारे शरीर के अहम अंग है। हर व्यक्ति के शरीर में दो किडनीयां होती हैं। यह आपके रक्त के लिए छन्नी की तरह काम करते हैं। आम तौर पर किडनीयां पेट के पीछे स्थित होती हैं।

गुर्दे आपके रक्त को साफ करने और कचरे (अमोनिया, यूरिक एसिड, यूरिया, क्रिएटिन, और क्रिएटिनिन) से छुटकारा पाने में मदद करते हैं। इसके अलावा शरीर के तरल पदार्थों को संतुलन में रखने में भी किडनीयां मदद करती हैं। इस लेख में हम किडनी का मतलब, उसकी संरचना, गुर्दे का कार्य, किडनी आरेख और किडनी की समस्याओं के बारे में विस्तृत रूप में जानेंगे।

किडनी का मतलब
किडनी का मतलब हिंदी में गुर्दा ह ...
View More

image
हर्निया क्या होता है? - जानें इस बीमारी के लक्षण, कारण और इलाज

हर्निया क्या होता है?
हर्निया रोग एक ऐसी स्थिति है जिसमे शरीर के अंदर के कुछ हिस्से जैसे आंत के हिस्से; पेट की कमजोर दीवार को धकेलकर बाहर निकलने लगते हैं। बाहर से छूने या देखने पर ये गांठ जैसे महसूस होते हैं लेकिन हर मामले में हर्निया बाहर से दिखाई नही देता है।

हर्निया जन्मजात या उम्र बढ़ने के साथ हो सकता है। यह अक्सर सीने के निचले हिस्से, कमर या फिर पेट के बीच में होता है। इसके अलावा यदि मरीज की सर्जरी हुई है तो जहां चीरे लगे हैं, वहां पर भी हर्निया हो सकता है।

ऑपरेशन कराने वाले १५% लोगों में हर्निया होने का जोखिम रहता है। आमतौर पर देखा जाए तो १०० में से २५ पुरुषों को इंगुइनल हर्निया की समस्या होती है। वहीं महिलाओं में यह आंकड़ा सिर्फ २% है।

हर्निया के लक्षण
हर्निया रोग के लक्षण कई चीजों प ...
View More

image
जाने कैंसर के बारे में सबकुछ
image
72 की उम्र में ही पंकज उधास की पैंक्रियाज कैंसर ने ली जान, ये लक्षण दिखते ही आप हो जाएं अलर्ट

मशहूर गजल गायक पंकज उधास की मौत को लेकर कहा जा रहा है कि उनकी मौत पैंक्रियाटिक कैंसर की वजह से हुई है. पैंक्रियाटिक कैंसर में पैंक्रियाज ग्लैंड की कोशिकाएं अनियमित रूप से बढ़ने लगती हैं. अधिक शराब पीना, धूम्रपान करना, मोटापा पैंक्रियाटिक कैंसर का खतरा बढ़ा देते हैं.
क्या है पैंक्रियाटिक कैंसर ?
पैंक्रियाटिक कैंसर पैंक्रियाज में होने वाला कैंसर है. पैंक्रियाज पेट के पीछे, छोटी आंत के पास स्थित एक लंबा ग्लैंड होता है जिसका काम एक्सोक्राइन फंक्शन यानी पाचन में मदद करना होता है. यह ग्लैंड एंडोक्राइन को नियंत्रित भी करता है. एंडोक्राइन ब्लड शुगर लेवल को सामान्य रखने का काम करता है. जब किसी इंसान को पैंक्रियाटिक कैंसर होता है तो उसके पैंक्रियाज में सूजन आने लगती है.पैंक्रियाटिक कैंसर सबसे खतरनाक कैंसरों में से एक है जो हर साल 4 लाख ...
View More

image

2024 Zepcure. All Rights Reserved by VyomApp   •   Last Updated 19 Aug 2024, 05:52 PM